प्यारी है
ज़िन्दगी तू इक बोझ कितनी भारी है,
लेकिन फिर भी हमको जान से प्यारी है
सारे लुत्फ मिलते हैं इस रंगीन ज़माने में,
हर शै में क़शिश और तलाबगारी है
रक्स करना पड़ा तो करेंगें हम रोज़,
आखरी सांस तक लड़नें की तैयारी है
चाहे कई कांटे बिछे हैं हमारी राहों में,
पहले ही दिन से इनसे जंग जारी है
ज़िंदगी को मेहनत, लहू से सींचा है "रत्ती"
इसे महफूज़ रखना सबकी जिम्मेदारी है
ज़िन्दगी तू इक बोझ कितनी भारी है,
लेकिन फिर भी हमको जान से प्यारी है
सारे लुत्फ मिलते हैं इस रंगीन ज़माने में,
हर शै में क़शिश और तलाबगारी है
रक्स करना पड़ा तो करेंगें हम रोज़,
आखरी सांस तक लड़नें की तैयारी है
चाहे कई कांटे बिछे हैं हमारी राहों में,
पहले ही दिन से इनसे जंग जारी है
ज़िंदगी को मेहनत, लहू से सींचा है "रत्ती"
इसे महफूज़ रखना सबकी जिम्मेदारी है